धनोल्टी के रण में कौन मारेगा बाजी, त्रिकोणीय मुकाबला, महावीर रांगड़ से जनता जता रही प्यार
भाजपा से नाराज निर्दलीय प्रत्याशी महावीर सिंह रांगड़ के जनसंपर्क में लोग इतना इकट्ठा हो गए की सूबे के मुख्यमंत्री की जनसभा उसके सामने फीकी पड़ गई।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए अब कुछ ही दिनों का समय बचा है। 14 फरवरी को प्रदेश की सभी सीटों पर मतदान होना हो ऐसे में तमाम राजनितिक दलों ने भी चुनाव प्रचार ज़ोर शोर से शुरू कर दिया है। इस बीच सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को टिहरी जिले के धनोल्टी विधानसभा क्षेत्र पहुंचे। सीएम धामी ने यहां पार्टी प्रत्याशी प्रीतम पंवार के पक्ष में संबोधन किया और उनके लिए वोट मांगे। धनोल्टी में इस बार सीधा मुकाबला कांग्रेस,BJP और महावीर सिंह रांगड़ के बीच माना जा रहा है, एक तरफ जहां BJP के प्रीतम पंवार मैदान में हैं तो वहीं बीजेपी से नाराज महावीर रांगड़ निर्दलीय और जोत सिंह बिष्ट कांग्रेस की तरफ से चुनावी रण में उतरे हैं। धनोल्टी सीट पर इस बार कांग्रेस और बीजेपी और निर्दलीय के बीच ही मुख्य मुकाबला माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री की जनसभा निर्दलीय प्रत्याशी के सामने फीकी
बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टिहरी जिले के धनोल्टी विधानसभा में प्रीतम पंवार के पक्ष में जनसभा की और उनके लिए वोट मांगे। वहीं धनोल्टी से निर्दलीय प्रत्याशी महावीर रांगड़ जनसंपर्क कर रहे तो उनके साथ लोगों का हजुम उमड़ पड़ा। लोग इतने इकट्ठा हो गए की मुख्यमंत्री की जनसभा फिकी पड़ गई। लोग मुख्यमंत्री की जनसभा छोड़ रांगड़ के जनसंपर्क में गए।
शून्य से मजबूत करने वाले बीजेपी कार्यकर्ता महावीर के साथ
महावीर रांगड़ ने 2012 में धनोल्टी से बीजेपी के विधायक रहे। 2017 में सीटिंग विधायक रहने के बाद भी पार्टी ने उनका टिकट काट दिया। रांगड़ ने पार्टी का फैसला स्वीकार किया और पार्टी को मजबूत करने का काम किया। धनोल्टी में बीजेपी को मजबूत करने में महावीर रांगड़ का अहम योगदान रहा। चाहे वो ब्लॉक प्रमुख हो या फिर विधायक का चुनाव हर चुनाव में महावीर रांगड़ की रणनीती पार्टी को जीत दिलाती थी। लेकिन 2022 कि विधानसभा चुनाव में पार्टी ने एक बार फिर महावीर रांगड़ का टिकट काट कर कुछ महीने पहले पार्टी में आए विधायक प्रीतम पंवार को बीजेपी से धनोल्टी से उम्मीदवार बनाया।
बीजेपी का टिकट प्रीतम पंवार को मिलने पर बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफा देकर महावीर रांगड़ को निर्दलीय मैदान में उतारा है। पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि जिस व्यक्ति ने बीजेपी को पौधे से वृक्ष बनाया आज उसका फल कोई बाहरी खाये ऐसा वे होने नहीं देंगे। वहीं बीजेपी को शून्य से उठाने वाले कार्यकर्ता महावीर रांगड़ के साथ खड़ें हैं। उनका कहना है कि महावीर रांगड़ लोगों के सुख दुख में साथ देने वाला व्यक्ति हैं।