साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि पागल फ़क़ीरा की एक ग़ज़ल… मुझको पत्थर दिल से मोहब्बत हुई है… 3 years ago DTadmin पागल फ़क़ीरा मुझको पत्थर दिल से मोहब्बत हुई है, मुझसे इश्क़ में थोड़ी सी शरारत…
साहित्य ग़ज़ल “पागल फ़क़ीरा” की एक ग़ज़ल … मैंने घर वापसी का कभी ऐसा मंज़र नहीं देखा… 3 years ago DTadmin “पागल फ़क़ीरा” भावनगर, गुजरात ——————————- मैंने घर वापसी का कभी ऐसा मंज़र नहीं देखा, दिल…
साहित्य ग़ज़ल “पागल फ़क़ीरा” की एक ग़ज़ल … मेरी फ़ज़र को तेरा इंतज़ार आज भी है… 3 years ago DTadmin “पागल फ़क़ीरा” भावनगर, गुजरात ——————————– मेरी फ़ज़र को तेरा इंतज़ार आज भी है, वहाँ…