साहित्य ग़ज़ल “पागल फ़क़ीरा” की एक ग़ज़ल … मैंने घर वापसी का कभी ऐसा मंज़र नहीं देखा… 3 years ago DTadmin “पागल फ़क़ीरा” भावनगर, गुजरात ——————————- मैंने घर वापसी का कभी ऐसा मंज़र नहीं देखा, दिल…