Mon. Dec 23rd, 2024

चलो चले गांव की ओर

चलो चले गांव की ओर…. दसवीं (समापन) किश्त… बोडी पर देवता अवतरित हो गया, उन्ने जोर से किलक्कताल मारी… आदेश…!

नीरज नैथानी रुड़की, उत्तराखंड चलो चले गांव की ओर…गतांक से आगे.. दसवीं (समापन) किश्त आज…

चलो चले गांव की ओर… आठवीं किश्त… गुरु जी थोड़ा और कुटाई-पिटाई करते तो मैं ज्वाइंट डायरेक्टर नहीं डायरेक्टर बनता

नीरज नैथानी रुड़की, उत्तराखंड चलो चले गांव की ओर….. गतांक से आगे… आठवीं किश्त भुळा…

चलो चले गांव की ओर… सातवीं किश्त… जंगल में आग लगाकर फारेस्टर, रेंजर से लेकर डीएफओ तक कूटते हैं चांदी

नीरज नैथानी रुड़की, उत्तराखंड चलो चले गांव की ओर… गतांक से आगे.. सातवीं किश्त शाम…

चलो चले गांव की ओर… पांचवी किश्त… अमा यार वो नत्था नहीं.. नेपालियों की कच्ची बोल रही थी…

नीरज नैथानी रुड़की, उत्तराखंड ————————————- चलो चले गांव की ओर… गतांक से आगे… पांचवी किश्त…

चलो चले गांव की ओर… चौथी किश्त… अबे बस्स कर भैजी पाणी नहीं मिलाऊंगा क्या?

नीरज नैथानी रुड़की, उत्तराखंड चलो चले गांव की ओर…गतांक से आगे… चौथी किश्त —————————————————————– शाम…