आध्यात्मिक किसी वस्तु की प्राप्ति पर न अभिमान हो और न छूटने पर दुःख… यही तो योग है… 3 years ago DTadmin भगवद चिन्तन योगस्थ: कुरुकर्माणि संगं त्यक्त्वा धनंजय सिद्धय सिद्धयो:समो भूत्वा समत्वं योग उच्यते! हमारे व्यवहारिक…
आध्यात्मिक श्रेष्ठता व स्वच्छता के साथ कर्म करना ही योग 3 years ago DTadmin भगवद चिन्तन योगस्थ: कुरुकर्माणि संगं त्यक्त्वा धनंजय सिद्धय सिद्धयो:समो भूत्वा समत्वं योग उच्यते! हमारे व्यावहारिक…