Mon. Dec 23rd, 2024

किसान

कल्पना बहुगुणा की एक कविता…. नित बनी रहे किसान की आन बान और शान…

कल्पना बहुगुणा देहरादून, उत्तराखंड —————————————— किसान ——————— विकट देश का मेरे मेहनत करता सबल किसान।…