संस्मरण नीरज नैथानी… जल की गतिज ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में रूपांतरित करने का प्राचीनतम श्रेष्ठ उदाहरण ‘पहाड़ी घट्’ 3 years ago DTadmin नीरज नैथानी रुड़की, उत्तराखंड ——————————————— मेरे गांव का घट् ———————————— मैं बात कर रहा हूं…
संस्मरण चलो चले गांव की ओर… आठवीं किश्त… गुरु जी थोड़ा और कुटाई-पिटाई करते तो मैं ज्वाइंट डायरेक्टर नहीं डायरेक्टर बनता 3 years ago DTadmin नीरज नैथानी रुड़की, उत्तराखंड चलो चले गांव की ओर….. गतांक से आगे… आठवीं किश्त भुळा…
संस्मरण चलो चले गांव की ओर… सातवीं किश्त… जंगल में आग लगाकर फारेस्टर, रेंजर से लेकर डीएफओ तक कूटते हैं चांदी 3 years ago DTadmin नीरज नैथानी रुड़की, उत्तराखंड चलो चले गांव की ओर… गतांक से आगे.. सातवीं किश्त शाम…
संस्मरण नीलम पांडेय नील… नकारात्मक प्रवृति के लोगों को दूर रखें या स्वयं उनसे दूर हो जाएं 3 years ago DTadmin नीलम पांडेय नील देहरादून, उत्तराखंड ————————– सहज ध्यान की प्राप्ति के लिए एक बात यह…
संस्मरण चलो चले गांव की ओर… छठी किश्त… पलायन का दंश झेल रहे गावों में मरहम का काम कर रहे धार्मिक आयोजन 3 years ago DTadmin नीरज नैथानी रुड़की, उत्तराखंड चलो चले गांव की ओर….. गतांक से आगे… छठी किश्त आज…
संस्मरण चलो चले गांव की ओर… पांचवी किश्त… अमा यार वो नत्था नहीं.. नेपालियों की कच्ची बोल रही थी… 3 years ago DTadmin नीरज नैथानी रुड़की, उत्तराखंड ————————————- चलो चले गांव की ओर… गतांक से आगे… पांचवी किश्त…
संस्मरण चलो चले गांव की ओर… चौथी किश्त… अबे बस्स कर भैजी पाणी नहीं मिलाऊंगा क्या? 3 years ago DTadmin नीरज नैथानी रुड़की, उत्तराखंड चलो चले गांव की ओर…गतांक से आगे… चौथी किश्त —————————————————————– शाम…
संस्मरण चलो चले गांव की ओर….. तीसरी किश्त… टुर्रा चिल्लाया, बौत बने हैं आज गांव वाले 3 years ago DTadmin नीरज नैथानी रुड़की, उत्तराखंड ————————————— चलो चले गांव की ओर…….गतांक से आगे….. तीसरी किश्त कल…
संस्मरण चलो चले गांव की ओर… दूसरी किश्त.. अपनी जड़, जमीन से बढ़ गया लगाव 3 years ago DTadmin नीरज नैथानी रुड़की, उत्तराखंड ——————————– चलो चले गांव की ओर…दूसरी किश्त… गतांक से आगे कई…
संस्मरण चलो, चलें गांव: जून महीने में उत्सव का माहौल हमारे गांव में… 3 years ago DTadmin नीरज नैथानी रुड़की, उत्तराखंड ——————————– चलो, चलें गांव ——–! पहली किश्त यूं तो साहब पलायन…