भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी पर अपने भाषण से लोगों को उकसाने का लगाया आरोप
लोकसभा में बुधवार को केंद्र सरकार पर हमला बोलने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी खुद चौतरफा घिर गए हैं। भाजपा के सांसदों से लेकर मंत्री तक राहुल गांधी पर लगातार हमला बोल रहे हैं। वहीं, अब भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा में विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। भाजपा सांसद ने राहुल गांधी पर अपने भाषण से लोगों को उकसाने का आरोप लगाया है। सांसद ने राहुल के खिलाफ सदन की अवमानना का नोटिस भी दिया है।
झारखंड की गोड्डा सीट से सांसद निशिकांत ने खुद इसकी जानकारी दी है। निशिकांत ने ट्वीट कर कहा, ‘राहुल गांधी जी की मानसिकता जिन्ना के दो राष्ट्र के सिद्धांत की है। कल लोकसभा में दिया उनका भाषण देश को टुकड़ों में बांटने की साजिश है, आज उनके खिलाफ लोकसभा स्पीकर जी को विशेषाधिकार हनन व गलतबयानी का नोटिस दिया।’
क्या बोले भाजपा नेता?
केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि संवैधानिक व्यवस्था के प्रति राहुल गांधी के मन में कोई सम्मान नहीं है। केवल भारत के कानून मंत्री के तौर पर नहीं बल्कि एक सामान्य नागरिक के तौर पर भी मैं राहुल गांधी के उस बयान की निंदा करता हूं जो उन्होंने देश के न्यायिक व्यवस्था व चुनाव आयोग को लेकर दिया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि राहुल गांधी का कहना है कि हमें गणतंत्र दिवस पर कोई विदेशी मेहमान नहीं मिल रहा है, लेकिन देश के लोग जानते हैं कि अभी कोविड की लहर है। मध्य एशिया के पांच देशों के राष्ट्रपतियों को भारत आना था और उन्होंने 27 जनवरी, 2022 को प्रधानमंत्री मोदी के साथ वर्चुअल बैठक की है।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि राहुल गांधी को बोलने का मौका सिर्फ इसलिए मिल रहा है क्योंकि वे गांधी परिवार से हैं। मोदी जी जहां बैठे हैं उस पद के बारे में राहुल गांधी और गांधी परिवार वाले लोग सोचते हैं यह मेरा स्थान है। इन लोगों को बहुत अहंकार हो गया है जो उनसे ऐसी बाते करवा रहा है।
केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी खुद को चीन की कठपुतली के तौर पर दिखा रहे हैं।
राहुल गांधी के बयान पर विवाद
राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में कहा था कि एक आइडिया द्वारा हमारे देश की संस्थानों पर हमला किया जा रहा है और इसके लिए न्यायपालिका, चुनाव आयोग व पेगासस को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। राहुल ने कहा था कि सरकार की पूंजीपति समर्थक नीतियों के चलते आज अमीरों और गरीबों के दो अलग-अलग भारत बन गए हैं और इनके बीच की खाई दिनों-दिन गहरी होती जा रही है।
राहुल ने ये भी कहा कि देश के युवा रोजगार नहीं मिलने से हताश हो रहे हैं और इस समय बेरोजगारी पिछले 50 साल में सबसे अधिक पहुंच गई है। राहुल ने इस दौरान संघीय ढांचे पर प्रहार किए जाने से लेकर विपक्ष और लोकतांत्रिक संस्थाओं की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग, न्यायपालिका समेत तमाम संस्थाओं को कब्जे में लेने का प्रयास किया जा रहा है।