उत्तराखंड के 48 हजार किसानों के साथ सरकारी योजनाओ के नाम पर धोखा
Uttarakhand Seeds Scam : भीमताल स्थित राजकीय प्रजनन उद्यान के परंपरागत कृषि विकास योजना के आउटलेट से नैनीताल के किसानों को फसलों के घटिया बीज दिए जा रहे थे। एक दिन पहले कमिश्नर दीपक रावत ने यह गड़बड़ी पकड़ी तो अब इस कालाबाजारी के गिरोह के सरगना की तलाश शुरू हो गई है।
पता चला कि यह गोरखधंधा भीमताल से करीब 500 किमी दूर उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के उरई से संचालित किया जा रहा था। इस खेल में ऊधम सिंह नगर का एक बिचौलिया भी शामिल है। इन दोनों ने सांठगांठ कर पहाड़ के किसानों के लिए उद्यान के आउटलेट को घटिया बीज दे दिए। ऐसे में नैनीताल के करीब 48 हजार से अधिक किसानों के साथ खेल कर दिया गया।
घटिया बीज के गोरखधंधे के खेल का पूरा पर्दाफाश भीमताल ब्लाक के एक किसान की शिकायत के बाद हुआ। इस किसान ने कुमाऊं कमिश्नर एवं सीएम सचिव दीपक रावत से शिकायत की थी कि पर्वतीय क्षेत्र के किसानों को भीमताल स्थित आउटलेट से जो बीज बेचा जा रहा है, उसकी गुणवत्ता ठीक नहीं है।
इस पर गुरुवार शाम को कमिश्नर दीपक रावत ने अचानक राजकीय प्रजनन उद्यान के आउटलेट पर छापा मार दिया तो किसानों के साथ हो रहे धोखे के खेल का पर्दाफाश हो गया। मामले में कमिश्नर ने उद्यान विभाग के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। साथ ही यूपी के जालौन जिले के उरई के बीज सप्लायर को नोटिस देकर तलब करने के निर्देश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि कमेटी गठित कर उरई के इस बीज सप्लायर की जांच कराई जाएगी कि वह कितने समय से घटिया बीज सप्लाई कर रहा है। मुख्य उद्यान अधिकारी डा. रजनीश सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश फल एवं भेषज सहकारी संघ लिमिटेड हल्द्वानी ने उरई से कृषि बीज लाकर आउटलेट को दिया था, जहां से नैनीताल के कृषकों को सप्लाई होना था।