News by – ध्यानी टाइम्स
Karwa Chauth 2024 करवा चौथ 2024 का पर्व इस बार 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। देहरादून में करवाचौथ का पूजा मुहूर्त शाम 5 बजकर 56 मिनट से 7 बजकर 2 मिनट तक रहेगा। चांद का दीदार शाम 7 बजकर 24 मिनट पर होगा। महिलाएं खरीदारी और मेहंदी लगवाने में व्यस्त हैं
पति-पत्नी के स्नेह व समर्पण के भाव को दर्शाता करवाचौथ रविवार को मनाया जाएगा। इस बार पूजा का मुहूर्त एक घंटा 16 मिनट तक रहेगा। शाम पांच बजकर 56 मिनट से सात बजकर दो मिनट तक शुभ मुहूर्त में पूजा कर सकते हैं। देहरादून में चांद का दीदार शाम सात बजकर 24 मिनट पर रहेगा। पर्व की पूर्व संध्या पर शृंगार, मेहंदी, पूजा व व्रत से जुड़ी सामग्री की खरीदारी को लेकर बाजार गुलजार रहे।
देर रात तक मेहंदी लगवाने के लिए होड़ रही। वहीं शाम के बाद पलटन बाजार में पैदल चलने वालों को भी परेशानी हुई। लाइन में लगकर महिलाओं को खरीदारी व मेहंदी लगवाने के लिए इंतजार भी करना पड़ा। त्योहारी सीजन के शुरूआती पर्व करवा चौथ पर दुकानों में उमड़ी भीड़ के बीच दुकानदारों के पास फुर्सत नहीं थी। ग्राहकों की भीड़ देखकर दुकानदार खासा उत्साहित नजर आए।
निर्जल व्रत रखेंगी सुहागिनें
करवाचौथ कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन सुहागिनें अखंड सौभाग्य व सुखी दाम्पत्य जीवन की प्राप्ति के लिए निर्जल व्रत रखेंगी। रात में चांद को अर्घ्य देने के बाद पति के हाथ से पहला निवाला लेकर व्रत खोलेंगी। इसके लिए सोलह शृंगार से सजे बाजार, रेडीमेड गारमेंट्स से लेकर साड़ी शोरूम, चूड़ी बाजार, पार्लर, मेहंदी के साथ ही साज-सज्जा का सामान खरीदने के लिए महिलाओं के उत्साह दिखा। हर वर्ग करवा चौथ मना सके इसके लिए बाजार में उसकी बजट में सामान उपलब्ध रखा गया।
करवाचौथ की पूर्व संध्या बाजार में खरीदारी के लिए आई भीड़ से बाजार चहक उठे, तो दुकानें भी महिला ग्राहकों से गुलजार दिखी। पलटन बाजार, सहारनपुर चौक, पटेलनगर, प्रेमनगर, धर्मपुर, राजपुर आदि क्षेत्रों में महिलाओं ने करवा, कैलेंडर, सुहाग का शृंगार, सजावटी चलनी, थाली, पीतल का लोटा, सीक, साड़ी आदि खरीदारी की। इसके अलावा किराना, मिष्ठान, फल, ड्राइफ्रूट आदि दुकानों पर भी ग्राहकों की भारी भीड़ रही।
दोपहर बाद बढ़ती गई भीड़ तो दाम भी बढ़े
पलटन बाजार, झंडा बाजार में जैसे जैसे दिन निकलता गया मेहंदी लगवाने की भीड़ अधिक उमड़ पड़ी। शाम को सबसे ज्यादा दामों में महिलाओं ने मेहंदी लगवाई। सुबह छापे वाली मेहंदी के दाम 50-60 रूपये, हाथ के लिए 200 जबकि कोहनी तक के लिए 500 रूपये लिए जा रहे थे जिनके दाम शाम तक क्रमश: 80, 300 व 600 रूपये तक लिए गए। हालांकि महिलाओं ने उत्साह के साथ रात 12 बजे तक मेहंदी लगवाई। गली माहेल्ले में भी मेहंदी लगाने के लिए लाइन में महिलाएं खड़ी रहीं।
ब्यूटी पार्लर में पूरे दिन रही महिलाओं की भीड़
करवाचौथ को लेकर दिनभर ब्यूटी पार्लर महिलाओं की भीड़ जुटी रही। इस दौरान विभिन्न ब्यूटी पार्लर ने भी पहले से आकर्षक पैकेज पर मेकअप की तैयारी की हुई थी। महिलाओं ने ब्यूटी पार्लर पहुंच विभिन्न पैकेज का लाभ उठाया। इसके लिए कई ब्यूटी पार्लर में पहले से ही महिलाओं ने एडवांस बुकिंग कर ली थी ताकि उन्हें ज्यादा इंतजार ना करना पड़े।
मिठाई, फैनी व मठरी खरीदने को लगी भीड़
सरगी की थाली में रखने के लिए मिठाई, मठरी और फैनी खरीदने के लिए मिठाई की दुकानों में देर रात तक भीड़ उमड़ी रही। सहारनपुर चौक, पटेलनगर, टर्नर रोड, निरंजनपुर, राजपुर रोड समेत विभिन्न क्षेत्रों में लोगों ने खूब खरीदारी की। मिठाई में सबसे ज्यादार रसगुल्ले की मांग रही। इसके अलावा काजू कतली व फीकी मठरी भी लोगों ने खरीदी। इसके अलावा मंडी में फलों की भी खरीदारी की।
स्टूल लेकर दुकानों के बाहर बैठी युवतियां
पलटन बाजार में मेहंदी लगाने के लिए महिलाओं की भीड़ को देखते हुए अन्य दुकानों के बाहर भी युवतियों ने स्टूल लगाकर मेहंदी लगाना शुरू कर दिया। जो अन्य मेहंदी आर्टिस्ट से कम दामों में मेहंदी लगाने लगी। जिन्हें मेहंदी के लिए लाइन लगाकर इंतजार करना पड़ रहा था उसमें कई महिलाओं ने इन युवतियों से ही मेहंदी लगाई।
रेस्टोरेंट में खाने को टेबल बुकिंग
करवा चौथ पर व्रत खोलने के बाद अधिकांश बाहर खाना पसंद करते हैं। इसी को देखते हुए रेस्टोरेंट होटल संचालकों ने भी करवा चौथ पर रात खाने में विभिन्न रेसिपी तैयार करेंगे। लोगों ने रेस्टोरेंट व होटलों में इसके लिए खाने व टेबल की एडवांस बुकिंग कर ली है। ताकि उन्हें बाद में किसी तरह की परेशानी ना हो।
भ्रदा को लेकर ना रहे संशय में, कर सकते हैं पूजा
ज्योतिषाचार्य आचार्य डा. सुशांत राज के अनुसार करवा व्रत की शुरुआत हमेशा सरगी खाने से होती है, जो सूर्योदय से करीब दो घंटे पहले खाई जाती है।
इस वर्ष करवा चौथ पर भी भद्रा का साया रहेगा।
करवा चौथ पर 21 मिनट तक भद्रा का साया रहेगा। जो सुबह छह बजकर 24 मिनट से छह बजकर 46 मिनट तक रहेगा।
पूजा का शुभ समय शाम पांच बजकर 46 मिनट से सात बजकर दो मिनट तक रहेगा।
करवा चौथ व्रत की शुरुआत भद्रा काल शुरू होने से पूर्व ही हो जाएगी।
ऐसे में व्रती सूर्योदय से पहले स्नान कर सरगी ग्रहण कर लें और व्रत का संकल्प ले लें।
करवा चौथ की पूजा के समय भद्रा नहीं है।
इस तरह करें पूजा
सुबह स्नान के बाद हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प लें और निर्जला उपवास शुरू करें।
शाम के समय मिट्टी के बर्तन मेें वेदी बनाकर शिव परिवार की स्थापना कर रखें।
एक थाली में धूप, दीप चंदन, रोली, सिंदूर रखें और घी के दीये जलाएं।
चांद निकलने से पहले पूजा की तैयारी करें, चंद्रोदय के साथ पूजा करें।
इस समय करवा चौथ कथा जरूर सुनें अथवा सुनाएं।
चांद को छलनी से देखने के बाद अर्घ्य देकर चंद्रमा की पूजा करें।
जीवनसाथी के हाथ से जल पीकर व्रत खोलें।