उत्तराखंड: 1201 करोड़ बकाया, लाइन हानियों की वजह से राष्ट्रीय स्तर पर रेटिंग में पिछड़ा उत्तराखंड का ऊर्जा निगम
News by – ध्यानी टाइम्स
यूपीसीएल को लगा झटका, राष्ट्रीय स्तर पर रेटिंग में पिछड़ाकेंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने हाल में डिस्कॉम की इंटिग्रेटेड रेटिंग जारी की थी। उत्तराखंड का ऊर्जा निगम इस बार इसमें पिछड़ गया है।
पिछले साल देश की 51 ऊर्जा वितरण कंपनियों में यूपीसीएल को ए-ग्रेड के साथ 12वां स्थान मिला था।1201 करोड़ बकाया, लाइन हानियां बढ़ने की वजह से ऊर्जा निगम राष्ट्रीय स्तर पर रेटिंग में पिछड़ गया है। यूपीसीएल की रेटिंग पहली बार 12वें स्थान से खिसककर 30वें पर पहुंच गई है।
टैक्स जमा कराने के बाद यूपीसीएल को 1224 करोड़ का नुकसान हुआ है, जिसमें से 1201 करोड़ की वसूली होनी बाकी है। 12वें संस्करण में 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बिजली विभागों को इंटीग्रेटेड परफॉर्मेंस रेटिंग भी दी गई है। इनमें केरल का त्रिशूर कॉर्पोरेशन बिजली विभाग (टीसीईडी) ए-रेटिंग के साथ शीर्ष पर उभरा है।
इसके बाद बी रेटिंग के साथ नई दिल्ली नगरपालिका परिषद का बिजली विभाग दूसरे, पुडुचेरी तीसरे, गोवा चौथे और नागालैंड पांचवें स्थान पर है। कुल मिलाकर प्रदर्शन रेटिंग में शामिल 11 बिजली विभागों में से किसी भी बिजली विभाग को न तो ए-प्लस की उच्चतम रेटिंग लाया और न ही डी स्तर की सबसे डाउन रेटिंग।
वित्तीय स्थायित्व में गिरे अंक
बेस रेटिंग के मानकों में यूपीसीएल को 100 में से 49.9 अंक मिले हैं, जबकि इंटिग्रेटेड स्कोर 100 में से 46.7 अंक का रहा है। फाइनेंशियल सस्टेनेबिलिटी में यूपीसीएल को 75 में से 32.9 अंक मिले हैं। परफॉर्मेंस एक्सीलेंस में 13 में से 8.4, एक्ट्रनल एनवायरमेंट में 12 में से 8.6 अंक हासिल किए हैं।
पिछले चार वर्षों में यूपीसीएल की रेटिंग
वर्ष रैंक ग्रेड
2021 बी प्लस
2022 17 बी
2023 12 ए
2024 30 बी माइनस
एसीएस-एआरआर गैप की वजह से हमारी रेटिंग में कमी आई है। 1201 करोड़ रुपये की वसूली होने के बाद अगले साल रेटिंग बढ़ जाएगी। हम सभी पहलुओं पर सकारात्मक दिशा में काम कर रहे हैं। -अनिल कुमार