हल्द्वानी हिंसा में दंगा भड़काने का मास्टर अब्दुल मलिक दिल्ली से गिरफ्तार
News by- ध्यानी टाइम्स
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में सरकारी भूमि पर बने अवैध मदरसे और नमाज स्थल को तोड़े जाने को लेकर भड़की हिंसा के बाद अभी भी भय का माहौल बना हुआ है। हालांकि, सुरक्षा के मद्देनजर पूरे हल्द्वानी क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। लिहाजा, जिलाधिकारी ने कर्फ्यू के क्षेत्र को कम करते हुए इसे बनभूलपुरा तक सीमित कर दिया है। साथ ही इसमें आर्मी कैंट समेत तिकोनिया-तीनपानी-गौलापार बाइपास की परिधि वाले क्षेत्र भी शामिल किए गए हैं। इससे हल्द्वानी के बड़े क्षेत्र में बुरी तरह प्रभावित हुए जनजीवन को थोड़ा राहत मिलने की उम्मीद है। इसी के साथ कारोबार का चक्का भी घूमने लगा है। दूसरी तरफ मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बनभूलपुरा हिंसा पर मजिस्ट्रेट जांच के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने जांच रिपोर्ट 15 दिन के भीतर प्रस्तुत करने को कहा है। इसी क्रम में प्रकरण की जांच आयुक्त कुमाऊं मंडल को सौंप दी गई है।
हालात पर पूरी तरह काबू पाने के लिए मुख्य सचिव ने केंद्रीय गृह सचिव को पत्र लिखकर पैरा-मिलिट्री फोर्स की चार अतिरिक्त कंपनियां मांगी हैं। उधर, दंगा भड़काने का मास्टर अब्दुल मलिक दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है। अब्दुल दंगे के बाद से ही फरार चल रहा था। अन्य आरोपियों में शामिल समाजवादी पार्टी के उत्तराखंड के प्रदेश प्रभारी अब्दुल मतीन सिद्दीकी के भाई सपा कार्यकर्ता जावेद सिद्दीकी, निवर्तमान पार्षद महबूब आलम, जीशान परवेज, खनन कारोबारी अरशद अय्यूब, डेरी संचालक असलम चौधरी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इन्हें रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की जा रही रही। पुलिस ने 50 से अधिक व्यक्तियों को हिरासत में भी लिया है। सभी से गहन पूछताछ जारी है।