अपार आईडी रैैंकिंग में देशभर में उत्तराखंड का आठवां स्थान
News – ध्यानी टाइम्स
भारत सरकार की वन नेशन वन आईडी योजना के तहत प्रदेशभर में 10 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं की अपार आईडी (ऑटोमेटिक परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्टर आईडी) बनाई जा चुकी है.
इसी के साथ अपार आईडी रैैंकिंग में देशभर में उत्तराखंड का आठवां स्थान है. प्रदेश में सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में कक्षा एक से 12वीं तक पढऩे वाले शत-प्रतिशत छात्र-छात्राओं की अपार आईडी बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. तेजी से लक्ष्य हासिल होने पर विद्यालय शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने खुशी जाहिर की है.
मंत्री ने जारी किए आवश्यक दिशा निर्देश
विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि वन नेशन वन आईडी बनाना नई शिक्षा नीति 2020 का हिस्सा है. केंद्र सरकार की इस स्कीम के तहत राज्य में छात्रों की अपार आईडी जनरेट करने का काम तेजी से किया जा रहा है. स्टेट में अब तक सरकारी व निजी विद्यालयों के कक्षा एक से लेकर 12वीं तक के 10,18,225 छात्र-छात्राओं की अपार आईडी बनाई जा चुकी है. जिसके चलते उत्तराखंड अपार आईडी रैंकिंग में देशभर में आठवें स्थान पर है. मंत्री ने बताया कि प्रदेशभर में अध्ययनरत सभी छात्र-छात्राओं की अनिवार्य रूप से अपार आईडी बनाई जाएगी. जिस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए हैैं. अपार आईडी बनाने का मुख्य उद्देश्य छात्रों के शैक्षिक दस्तावेजों में पारदर्शिता लाना है. अपार आईडी में छात्रों का पूरा रेकॉर्ड होने से फर्जीवाड़े की भी संभावनाएं नहीं रहेगी. उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षा, संस्कृत शिक्षा और चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की भी अपार आईडी बनाई जाएगी. जिसके निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारियों को दे दिए.
इतने छात्रों की बनी आपार आईडी
– अल्मोड़ा मेंं 55980
– बागेश्वर में 30295
– चमोली 48732
-चम्पावत 29178
-देहरादून 132765
-हरिद्वार 194129
– नैनीताल 118684
-पौड़ी 70088
-पिथौरागढ़ 45721
-रूद्रप्रयाग 21871
-टिहरी 58448
-ऊधमसिंह नगर 182751
– उत्तरकाशी 29583
चमोली रहा पहले स्थान पर
सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि अपार आईडी बनाने में चमोली जिला प्रदेशभर में प्रथम स्थान पर है. चमोली में 70.43 फीसदी छात्र-छात्राओं की अपार आईडी बनाई जा चुकी है. दूसरे स्थान पर बागेश्वर जनपद है जहां 67.43 फीसदी छात्रों की आईडी जनरेट कर दी गई है. इसी प्रकार तीसरे स्थान पर पौड़ी जनपद है जहां 66.11 प्रतिशत छात्रों की अपार आईडी बन गई है. इसके बाद अल्मोड़ में 63 प्रतिशत, चम्पावत 60 प्रतिशत, टिहरी 54.68 प्रतिशत, पिथौरागढ़ 54.40 प्रतिशत, नैनीताल 51.60 प्रतिशत, रूद्रप्रयाग 50.52 प्रतिशत, उत्तरकाशी 45.25 प्रतिशत, ऊधमसिंह नगर 41.85 प्रतिशत, हरिद्वार 39 प्रतिशत तथा देहरादून में 29.15 प्रतिशत छात्र-छात्राओं की अपार आईडी बनाई जा चुकी है.
यह है अपार आईडी
नई शिक्षा नीति-2020 की अनुशंसा के अनुरूप भारत सरकार की वन नेशन वन आईडी योजना के तहत प्रत्येक छात्र-छात्राओं की ऑटोमेटिक परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्टर आईडी (अपार आईडी) बनाई जाएगी. जिमसें प्रत्येक छात्रों को 12 अंकों का एक यूनिक नंबर जारी किया जाएगा. इस अपार आईडी में छात्रों की पढ़ाई से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी उपलब्ध रहेगी. इसमें मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाओं के परिणाम पीटीएम उपस्थिति सहित अन्य कई तरह की जानकारी रहेगी. यह छात्रों के लिए एक स्थायी डिजिटल पहचान के रूप में काम करेगा