IMA POP: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ली परेड की सलामी, भारतीय सेना को मिले 319 अफसर, 68 विदेशी भी पास आउट
News by— ध्यानी टाइम्स रवि ध्यानी
देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में पासिंग आउट परेड में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ली परेड की सलामी। भारतीय सेना को आज मिले 319 सैन्य अधिकारी। मित्र देशों के 68 कैडेट भी है पास आउट परेड में शामिल।
देहरादून में IMA से आज पास आउट हुए 387 जेंटलमैन कैडेट्स, इसमें 319 भारतीय और 68 विदेशी कैडेट अपने देशों की सेना में अफसर बने।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड की समीक्षा की। इस अवसर पर उत्तराखण्ड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) तथा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित थे।
पासआउट होने वाले कैडेटों के हिसाब से 45 कैडेट के साथ उत्तर प्रदेश टॉप पर रहा।
उत्तराखण्ड 43 कैडट के साथ दूसरे स्थान पर रहा।
34 जेंटलमैन कैडेट देने वाला हरियाणा तीसरे स्थान पर रहा।
चौथे स्थान पर 26 कैडेट के साथ बिहार रहा।
राजस्थान 23 कैडेट के साथ पांचवें स्थान पर रहा।
*राज्यवार कैडेटों की संख्या-*
उत्तर प्रदेश- 45
उत्तराखंड- 43
हरियाणा- 34
बिहार- 26
राजस्थान- 23
पंजाब- 22
मध्य प्रदेश- 20
महाराष्ट्र- 20
हिमाचल प्रदेश- 13
जम्मू कश्मीर-11
दिल्ली-11
तमिलनाडु-7
कर्नाटक- 6
केरल- 5
आंध्र प्रदेश- 5
चंडीगढ- 5
झारखंड- 4
पश्चिम बंगाल-3
तेलंगाना- 3
मणिपुर- 2
गुजरात-2
गोवा- 2
उड़ीसा- 2
असम-2
मिजोरम- 2
छत्तीसगढ़- 2
मिजोरम -2
स्वॉर्ड ऑफ ऑनर का प्रतिष्ठित पुरस्कार एसीए अनमोल गुरुंग को प्रदान किया गया।
• जेंटलमैन कैडेट को मेरिट के क्रम में प्रथम स्थान पर रहने के लिए स्वर्ण पदक एसीए अनमोल गुरुंग को प्रदान किया गया।
• मेरिट के क्रम में दूसरे स्थान पर रहे जेंटलमैन कैडेट के लिए रजत पदक बीओ तुषार सपरा को प्रदान किया गया।
• मेरिट के क्रम में तीसरे स्थान पर रहे जेंटलमैन कैडेट के लिए कांस्य पदक बीसीए आयुष रंजन को प्रदान किया गया।
• तकनीकी स्नातक पाठ्यक्रम से मेरिट के क्रम में प्रथम आने वाले जेंटलमैन कैडेट के लिए रजत पदक जीसी कुणाल चौबीसा को प्रदान किया गया।
• ऑटम टर्म 2021 के लिए 16 कंपनियों के बीच ओवरऑल फर्स्ट खड़े रहने के लिए केरेन कॉय को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर से सम्मानित किया गया।
• विदेशी जीसी से मेरिट के क्रम में पहले स्थान पर रहने वाले जेंटलमैन कैडेट के लिए बांग्लादेश पदक बीओ सांगे फेनडेन दोरजी (भूटान) को प्रदान किया गया। इस पदक और बांग्लादेश ट्रॉफी की स्थापना इसी कार्यकाल से स्वर्णिम विजय वर्ष की स्मृति में की गई है।